1. भारत की राष्ट्रीय खेल नीति 1984 में लागु हुई . एंथेस में आधुनिक ओलम्पिक गेम्स 1896 में शुरू हुए . शीत कालीन ओलम्पिक 1929 से शुरू हुए .
2. ' मैराथन दौड़ ' की दुरी 42.195 km या 26 मिल 385 गज़ होती है . यह दौड़ एक ग्रीक सैनिक से जुड़ी है . मैराथन के युद्ध में फारस की हार और एंथेस ( यूनान ) का सन्देश लेकर एक सैनिक को मैराथन से एन्थेस भेजा गया . वह बिना रुके दौड़ता रहा और जब एंथेस पहुंचा तो बस इतना ही कह पाया की हम जीत गए . और दम तोड़ दिया .1896 में इसे ओलम्पिक में शामिल किया गया .
3. हॉकी खेल की शुरुवात कहाँ से हुई इसकी सही जानकारी नहीं है . १५वीं शताब्दी के दौरान फ्रांस में ' Hocquet' खेल खेला जाता था . जिसे आज के हॉकी का जनक माना जाता है .1870 में लंदन में मॉडर्न हॉकी की शुरुवात हुई .1886 में 'हॉकी एसोसिएशन ऑफ़ इंग्लैंड ' की स्थापना हुई . धीरे - धीरे फ्रांस , जर्मनी , हॉलैंड , और डेनमार्क ने भी हॉकी एसोसिएशन बना लिए .7 जनवरी 1924 को ' इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन ' की स्थापना ' विएना ' में की गई . इसका हेडक्वार्टर अब ' पेरिस ' में है . ओलम्पिक में हॉकी को 1908 में शामिल किया गया . इस ओलम्पिक के फाइनल मैच में इंग्लैंड ने आयरलैंड को 8-1 से हराया था . भारत में हॉकी ब्रिटिश सैनिको द्वारा खेला जाता था . धीरे धीरे यह खेल भारत का अपना खेल बन गया .7 नवंबर 1925 को ग्वालियर में ' इंडियन हॉकी फेडरेशन ' की स्थापना हुई . पहली बार भारतीय टीम ओलम्पिक में १९२८ ( एम्स्टर्डम ) में शामिल हुई . और हॉलैंड को 3-0 से हरा कर पहला ' सवर्ण पदक ' जीता .1928 से 1956(28 साल ) तक भारत ने छह बार लगातार हॉकी में सवर्ण पदक जीता .1964 और 1980 में भी भारत ने सवर्ण पदक जीता . भारत ने हॉकी में एक रजत और दो कांस्य पदक भी जीते हैं . 1947 में ' आल इंडिया वीमेन हॉकी फेडरेशन ' की स्थापना की
4. भारत ने सबसे पहले 1900 में पेरिस ओलम्पिक में भाग लिया . भारत का प्रतिनिधित्व नार्मन - प्रिचार्ड नामक एंग्लो - इंडियन ने किया . उन्होंने 200 मीटर सीधी और बाधा दौड़ में सिल्वर - मैडल जीते .1928 एम्स्टर्डम ओलम्पिक में भारत की पहली आधिकारिक (official) भागीदारी हुई .
5. अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलम्पिक ( अगस्त -2008) में भारत को इतिहास का पहला व्यक्तिगत सवर्ण पदक निशानेबाज़ी में दिलाया .
6. कनाडा के नौकायन खिलाडी लारेंस - लमियूक्स 1988 सोल ओलम्पिक खेलों में पहले तीन स्थानों पर नहीं रहे . फिर भी उन्हें पदक से नवाज़ा गया . दरसअल दूसरे स्थान पर चल रहे लारेंस ने एक घायल प्रतियोगी की जान बचाने के लिए पदक की होड़ छोड़ दी . इसलिए उन्हें बहादुरी और त्याग के लिए ' विशेष पुरस्कार ' से नवाज़ा गया .
7. क्रिकेट में थर्ड एम्पायर का प्रयोग सबसे पहले 1992-93 में दक्षिण -अफ्रीका और भारत के बिच 'डरबन ' में हुए टेस्ट मैच में किया गया . सचिन तेंदुलकर पहले खिलाडी बने जिन्हे थर्ड एम्पायर ने रन -आउट घोषित किया .
8. भारत ने 1950 फूटबाल वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई किया . पर भारतीय नंगे पाँव खेलना चाहते थे . जो नियम के खिलाफ था . इसलिए भारत इस वर्ल्ड कप में नहीं खेला .
9. के.डी. जाधव ( इंडिया ) --15 जनवरी १९२६ को जन्मे ' कासबा दादासाहेब जाधव ' ने 1952 हेलसिंकी ओल्मपिक में कुस्ती के 52 kg भार वर्ग में ' कांस्य पदक ' जीता . वह भारत की स्वतंत्रता के बाद व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे . फुर्ती और कुशलता के कारण उन्हें ' पैकेट डाइनमो ' भी कहा जाता था . उन्होंने 1948 लंदन ओल्मपिक में भी हिस्सा लिया था . जिसमे वो छठे नंबर पर रहे थे . उन्हें हेलसिंकी ओल्मपिक के लिए नहीं चुना गया था , लेकिन पटियाला के महाराजा के प्रयास से टीम में उनका नाम शामिल हुआ . उन्होंने अपनी यात्रा के लिए खुद के पैसे का बंदोबस्त किया . हेलसिंकी में जाधव ने छठे दौर में जापान के मशहूर पहलवान ' सोनाची इशी ' को हराया था . इसके आधे घंटे के बाद उन्हें अगली कुस्ती लड़नी पड़ी . तब इसका विरोध करने के लिए वहां कोई भारतीय अधिकारी नहीं था . जाधव काफी थके हुए थे और रसिया के 'Menod Bekov' ने इसका फायदा उठाकर उन्हें हरा दिया . इस तरह उन्हें ' कांस्य पदक ' से ही संतोष करना पड़ा .
10. सुनील गावस्कर ( भारतीय क्रिकेटर ) -- 10 जुलाई 1949 को मुंबई में जन्मे . अगर उनके चाचा नारायण मसूरकर की पैनी नज़र उनकी खास निशानी पर न पड़ती तो शायद वो एक मछुआरा होते . जिस दिन गावस्कर का जन्म हुआ , उस दिन मसूरकर उन्हें देखने हॉस्पिटल आये . उन्होंने देखा की बच्चे के बाएं कान के ऊपर छोटा सा छिद्र है . मसूरकर ने तब यह बात गावस्कर की माँ मीनल को नहीं बताई , लेकिन जब वह दूसरे दिन हॉस्पिटल आये तो उन्होंने देखा की जो बच्चा उन्होंने गोद में उठाया है उसके कान में छिद्र नहीं है . उन्होंने यह बात हेड नर्स को बताई और फिर असली गावस्कर की खोज शुरू हुई . आखिर वह बच्चा एक मछुआरिन के बगल में सोया मिला . यह गलती तब हुई जब बच्चो को नहाने के लिए ले जाया गया तो हॉस्पिटल कर्मचारियों की गलती से बच्चे बदल गए थे .
11. सन 1975 में एक दिवसीय क्रिकेट वर्ल्ड कप की शुरुवात हुई . जिसे वेस्टइंडीज ने जीता .1979 में भी दूसरा विश्व कप वेस्टइंडीज ने ही जीता .
12. प्रथम क्रिकेट वन - डे मैच मेलबोर्न में खेला गया . प्रथम विश्व कप इंग्लैंड में १९७५ में खेला गया .
13. एक टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट अनिल कुंबले और 'जिम लेकर' ने लिए हैं . अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाप फ़िरोज़शाह कोटला मैदान ( दिल्ली ) में 10 विकेट लिए .
13. सी. के .नायडू प्रथम भारतीय क्रिकेट कप्तान थे .
14. कर्णम मल्लेस्वरी ( भारोतोल्लन ) ओलम्पिक में पदक जितने वाली प्रथम भारतीय महिला .
15. ओलम्पिक में एकमात्र शतरंज ऐसा खेल है जिसमे पुरुष और महिला एक - दूसरे के विरूद्ध खेल सकते हैं .
16. पहले एशियाई गेम्स ४ मार्च से ११ मार्च, १९५१ दिल्ली में खेले गए . मूल रूप से इन खेलों का आयोजन १९५० में होना तय किया गया था, लेकिन तैयारियों की देरी के चलते इन्हें १९५१ तक स्थगित करना पड़ा। महाराजाधिराज महाराजा यादवेन्द्र सिंह ने इन खेलों के संगठन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
17. क्रिकेट विश्व कप में ' मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट ' का पुरस्कार 1992 में शुरू हुआ .
18. टेनिस ग्रैंड - स्लैम का मतलब --- ऑस्ट्रेलया ओपन , विम्बलडन , यु .ऐस . ओपन और फ्रैंच ओपन . चारों प्रतियोगिता जितने वाले को ग्रैंड स्लैम धारक कहते हैं .
15. सौरव गांगुली ( भारत ) ने पाकिस्तान के खिलाप टोरंटो में लगातार 4 मैच में ' मैन ऑफ़ द मैच ' बने थे .
16. चामंडा वास ( श्रीलंका )-- ने भारत के खिलाप टेस्ट मैच में मैच की पहली 3 बॉल पर विकेट लेकर हैटट्रिक बनाई . एक वन - डे मैच में 8 विकेट लेने वाले पहले क्रिकेटर भी वही हैं .
17. इफ्तिखार खान पाटोदी ने भारत और इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेला था .
18. फार्मूला -1 रेस ---- रेस के दौरान कॉकपिट का तापमान 50* सेल्सियस होता है . सेकंड के हज़ारवें हिस्से में होता है फैसला . दो घंटे की रेस में ड्राइवर का वजन 3-से -4 किलो कम हो जाता है . रेस के दौरान ड्राइवर का दिल प्रति मिनट 72 के बजाय 180 बार धड़कता है . रेस के दौरान 100 किलो के ड्राइवर पर होता है 500 किलो का गुरुत्वाकर्षण दबाव . एक रेस के बाद रेसिंग कार का इंजिन बिल्कुल बेकार हो जाता है . करीब 80000 कार के कलपुर्जो को मिलाकर बनती है एक स्पोर्ट्स कार . 'juan Fangiyo' ने सबसे अधिक उम्र 46 वर्ष में f-1 जीतकर बनाया रिकॉर्ड. स्पेन के 'Jam Alguari' सबसे कम उम्र में बने चैंपियन . रेसर जब फुल ब्रैक लेता है तो गाडी रुकने में 55 मीटर की दुरी और 1.9 सेकंड का समय लेती है . गाडी के टायर में सामान्य हवा नहीं भरी जाती .
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